इलाहाबाद। कबीर पारख संस्थान में चल रहे तीन दिवसीय वार्षिक उत्सव के दूसरे दिन बृहस्पतिवार को अभिलाष साहेब ने कबीर वाणी की महिमा बखानी। कहा कि कबीर की वाणी में पुरानी और नई पीढ़ी का संगम है। धर्म के क्षेत्र में वह वैज्ञानिक महापुरुष है। इनके संदेशों से सामाजिक सौहार्द और प्रेम झलकता है। बताया कि कबीर की दृष्टि में मानव जाति की सेवा ही ईश्वर की सबसे बड़ी पूजा है। इंसान का पवित्र जीवन भगवान का स्वरूप है। हम सभी को मानव सेवा के लिए तत्पर रहना चाहिए। प्रवचन के बाद ‘आज के संदर्भ में कबीर वाणी की प्रासंगिकता’ पर गोष्ठी की गई। इस मौके पर बनारस, मुंगेर, गुजरात और दिल्ली के कलाकारों ने भजन प्रस्तुत किए। मंत्री देवेंद्र दास ने बताया कि शुक्रवार को समापन नए अनुयायियों को दीक्षा देने के साथ होगा।
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